सुप्रीम कोर्ट को मिले दो नए जज, सीजेआई चंद्रचूड़ ने जस्टिस प्रशांत मिश्रा और वरिष्ठ वकील केवी विश्वनाथन को शपथ दिलाई
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आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रशांत कुमार मिश्रा और वरिष्ठ अधिवक्ता कल्पथी वेंकटरमण विश्वनाथन को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।मिश्रा और विश्वनाथन को आज भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ पद की शपथ दिलाई।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को इसकी घोषणा की थी।
बार से सीधे नियुक्त होने वाले सुप्रीम कोर्ट के 10वें न्यायाधीश
कल्पथी वेंकटरमण विश्वनाथन पूर्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल भी हैं। वह बार से सीधे नियुक्त होने वाले सुप्रीम कोर्ट के केवल 10वें न्यायाधीश हैं। न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला की सेवानिवृत्ति के बाद 11 अगस्त, 2030 को केवी विश्वनाथन भारत के मुख्य न्यायाधीश बन सकते हैं। ऐसा होने पर वह एसएम सीकरी, यूयू ललित और पीएस नरसिम्हा के बाद सीधे बार से नियुक्त होने वाले भारत के चौथे मुख्य न्यायाधीश भी होंगे।
छत्तीसगढ़ से सुप्रीम कोर्ट में जज बनने वाले पहले जस्टिस हैं पीके मिश्रा
न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति से पहले आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सेवारत थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी कार्य किया है। वह सुप्रीम कोर्ट में जज बनने वाले पहले छत्तीसगढ़िया हैं।
कॉलिजियम ने दो दिन पहले की थी नामों की सिफारिश
सुप्रीम कोर्ट कॉलिजियम ने दो दिन पहले ही इन दो नामों की सिफारिश केंद्र के पास भेजी थी, जिसे सरकार ने गुरुवार को मंजूरी दे दी थी। चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस केएम जोसेफ के केंद्र को सिफारिश भेजी थी। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में 34 जज होने चाहिए, लेकिन अभी केवल 32 जज ही हैं। कुछ जजों के रिटायरमेंट के बाद जुलाई के दूसरे हफ्ते तक केवल 28 जज ही बचेंगे। इसी वजह से पहले इन दो जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति की जाए।
बता दें कि जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और एमआर शाह की सेवानिवृत्ति के बाद सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 34 की स्वीकृत शक्ति से घटकर 32 हो गई थी। अब इन दोनों जजों के आने से शीर्ष अदालत में न्यायधीशों की संख्या फिर से अपनी स्वीकृत शक्ति के बराबर हो गई है।
केंद्र ने 48 घंटे में सिफारिश पर लगाई मुहर
केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश पर 48 घंटे के भीतर ही मुहर लगा दी। इसके तुरंत बाद ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों जजों की नियुक्ति का पत्र भी जारी कर दिया। इसकी जानकारी केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्वीट करके दी है।
May 19 2023, 12:12